देव आशीष
अचरज़ भरे खोल नयन,
टुकुर
टुकुर देख वो मुस्काया
उतर कर नन्हा चाँद
जैसे
गोदी में मेरे आ समाया
झूम झूमकर ,चूम रहा
मस्तक पवन भी इठलाके
भोर ने भी किया स्वागत
किरणों की थाल सजाके
सरस अनुभूति का
अहसास जगा विहल मन में
खिल उठा नवल धूप
आज
फिर मेरे आँगन में
धन्य हुई ,नत मस्तक
हूँ
पाकर ये आशीष तुम्हारा
कोटि-कोटि नमन प्रभु
,
सब में बसा स्वरूप तुम्हारा
****************
महेश्वरी कनेरी
मित्रों आज बहुत समय बाद वापस ब्लांग जगत में लौटकर आई हूँ..कारण .मेरे घर एक नन्हा सा मेहमान मेरा पोता आया है. जिसने मेरे वक्त को अपने ही इर्द गिर्द
चारों तरफ घेर कर रख दिया..चाह कर भी समय निकाल नहीं पारही हूँ.शायद यही है मोह माया का बधंन.....लेकिन ये बंधन भी बहुत प्यारा लगता है..
नन्हे मेहमान का स्वागत और उसे ढेरों आशीषें
ReplyDeleteक्या बात है
ReplyDeleteबहुत सारा प्यार
प्यारे मेहमान का स्वागत और शुभ आशीष.
ReplyDeleteआपने नए महमान का स्वागत इतनी प्यारी कविता से किया है कि भावनाएं व्यक्त करने के लिए शब्द ही नहीं मिल रहे |मेरी और से उसे शुभ आशीष और स्नेह |
ReplyDeleteआशा
शुभाशीष के साथ शुभागमन नन्हे पौत्र का!
ReplyDeleteबधाई हो...!
नन्हे को मेरी और से स्नेहाशीष
ReplyDeleteऔर आपको बधाइयां ढेर सारी
इस सुंदर भावाभिव्यक्ति के लिए भी ,
साभार.........
नन्हें राजा को शुभ आशीष ...
ReplyDeleteऔर आपको बहुत-बहुत बधाई....
:-)
पोते को बहुत-बहुत प्यार आशीर्वाद और ढेरों शुभकामनायें ....
ReplyDeleteबहुत खुश हूँ कि आप दोबारा दादी बन लाड लगा रही होगीं.... :))
दीदी कमी खलती हैं आपकी
सादर !!
दी आप सभी को बधाई और नन्हें राजा को स्नेहाशीष.
ReplyDeleteसादर
अनु
नन्हें को ढेर सारा प्यार और आशीष ....और आपको बहुत बधाई ....
ReplyDeleteनवागंतुक नन्हे को स्नेह आशीष और आपको बधाई :)
ReplyDeleteसादर !
पौरा पोतक पौत्र पे, करे निछावर प्यार ।
ReplyDeleteमाया बंधन ना कहें, यह है स्नेह दुलार ।
यह है स्नेह दुलार, मुबारक होवे दादी ।
देखभाल खिलवाड़, करो नित नहीं मुनादी ।
रविकर का आशीष, ख़ुशी से गूंजे चौरा ।
रहे स्वस्थ सानन्द, होय बल बुद्धि पौरा ॥
पौरा =आगमन
पोतक=तीन माह का
कोटि-कोटि नमन प्रभु ,
ReplyDeleteसब में बसा स्वरूप तुम्हारा
behtareeen !
पोते ने दादी को ब्लॉग पर आने से रोक दिया...
ReplyDeleteशाबाश पोते जी...ढेरों आशीर्वाद समेट लो हमाराः):)
bahut dher sibadhai aapko.......
ReplyDeleteनन्हे रजा को इस जगत में स्वागत .आपको बहुत बहुत बधाई
ReplyDeletelatest postउड़ान
teeno kist eksath"अहम् का गुलाम "
पोते को ढेर सारा सस्नेह प्यार और आपको बहुत२ बधाई ,,,,,
ReplyDeleteबीबी बैठी मायके , होरी नही सुहाय
साजन मोरे है नही,रंग न मोको भाय..
.
उपरोक्त शीर्षक पर आप सभी लोगो की रचनाए आमंत्रित है,,,,,
जानकारी हेतु ये लिंक देखे : होरी नही सुहाय,
वात्सल्य से ओतप्रोत पंक्तियाँ
ReplyDeleteबहुत सुंदर भाव संजोये हैं दादी ने..... बधाई आप सभी को ...
ReplyDeleteनन्हे मुन्ने प्यारे राज दुलारे को ढेरों स्नेह आशीष और आप सभी को अनेकों बधाई .
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई ... ईश्वर की कृपा ...
ReplyDeleteआप ऐसे ही दुलार लुटाती रहें ... अनुओं भाव लिए हैं आपकी पंक्तियाँ ...
nanhe munne ko dheron ashish or aap sabhi ko bahut bahut badhaiyan...
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई आंटी!
ReplyDeleteदेव आशीष हमेशा मुसकुराते और खुश रहें!
सादर
आप सब को 'पौत्र रत्न'प्राप्ति की हार्दिक मंगलकामनाए।
ReplyDeleteनवागंतुक के उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना व आशीर्वाद।
bahut bahut badhai
ReplyDeleteदाऊ जी का सुबह की किरणों से स्वागत इश्वर का स्वरुप हैं
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई..स्वागत है नन्हे मेहमान का..ब्लॉग जगत में
ReplyDeleteयह आपको बहुत प्यार देगा !
ReplyDeleteबधाई आपको !
ReplyDeleteदिनांक 18/03/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
धन्यवाद!
धन्यवाद ्यशवंत..
Deletevatsalya bhaav se bhari sunder rachna
ReplyDeleteshubhkamnayen
पोते को स्नेह और दादी को बधाई .....
ReplyDeleteबहुत सुद्नर आभार आपने अपने अंतर मन भाव को शब्दों में ढाल दिया
ReplyDeleteआज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
एक शाम तो उधार दो
आप भी मेरे ब्लाग का अनुसरण करे
Dadi Banane pr hardik badhai ......rachana to apki nishchay hi sangrhneey ho gyee ...achchhi rachana ke liye sadar aabhar.
ReplyDeleteलल्ला का स्वागत है | खुदा नजर-ए-बद से बचाए | बहुत बहुत आशीष और प्यार | मुबारक हो |
ReplyDeleteकभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
Tamasha-E-Zindagi
Tamashaezindagi FB Page
आपको बहुत बहुत बधाई. पोते को दुलार......
ReplyDeleteधन्य हुई ,नत मस्तक हूँ
ReplyDeleteपाकर ये आशीष तुम्हारा
कोटि-कोटि नमन प्रभु ,
सब में बसा स्वरूप तुम्हारा
आपको बहुत बहुत बधाई
आग्रह है मेरे ब्लॉग मैं भी सम्मलित हो
jyoti-khare.blogspot.in
आभार आपका
badhai......kaneri jee..
ReplyDeleteबहुत बहुत बधाई...
ReplyDeleteपोता के जन्म पर हार्दिक बधाई. सुन्दर रचना.
ReplyDeleteनन्हे मेहमान को अशेष आशीष ....और आपको ढेरों बधाइयां .......यह सुख अलौकिक है ....:यह रचना एक दादी का प्यारा सा चुम्बन है अपने पोते के प्रशस्त ललाट पर .....:)
ReplyDeleteनन्हें मेहमान के आने पर बधाई .....
ReplyDelete