शीश झुकाऊँ ,नमन करूँ
चरण पखारूँ सुबह शाम
विद्या बुद्धि के दाता
हे गुरूवर तुम्हें प्रणाम....
खोल ज्ञान चक्षु द्वार
भर देते दिव्य प्रकाश
दिशा देते ,राह दिखाते
अमूल्य ज्ञान निष्काम
हे गुरूवर तुम्हें प्रणाम………..
तुम ज्ञान गुण सागर
मैं मूर्ख बूँद समान
तुम पुष्प कमल कुंज
मै कंटक हूँ नाकाम
हे गुरूवर तुम्हें प्रणाम………….
देवो में सर्वोच्च नाम तुम्हारा
कह गये संत कबीरा
तुम बिन ज्ञान अधूरा
गुरूचरण है साँचा धाम
हे गुरूवर तुम्हें प्रणाम…………….
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शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
महेश्वरी कनेरी
महेश्वरी कनेरी
बहुत अच्छी रचना ! बधाई स्वीकार करें !
ReplyDeleteहिंदी
फोरम एग्रीगेटर पर करिए अपने ब्लॉग का प्रचार !
बहुत सुंदर रचना के लिए बधाई ,,,
ReplyDeleteRECENT POST : फूल बिछा न सको
शिक्षक दिवस पर बधाई .... बहुत सुंदर प्रस्तुति
ReplyDeleteहे गुरूवर तुम्हें प्रणाम....
ReplyDelete***
सुन्दर प्रस्तुति!
बहुत सुन्दर भाव,
ReplyDeleteगुरु बिन ज्ञान नहीं....
सादर
अनु
हे गुरूवर तुम्हें प्रणाम
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति ....
सादर प्रणाम
शिक्षक दिवस पर बधाई !
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर गुरू वंदना. शुभकामनाएं.
ReplyDeleteरामराम.
सभी शिक्षकों को सादर नमन!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल पर आज की चर्चा मैं रह गया अकेला ..... - हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल - अंकः003 में हम आपका सह्य दिल से स्वागत करते है। कृपया आप भी पधारें, आपके विचार मेरे लिए "अमोल" होंगें | सादर ....ललित चाहार
Deleteधन्यवाद!यशवंत..
ReplyDeleteसुन्दर प्रस्तुति-
ReplyDeleteआभार आदरेया-
आदि गुरु को सादर नमन-
शिक्षक जीवन का आधार बनाता है. सुंदर रचना.
ReplyDeleteसुन्दर....
ReplyDeleteनमन ..
ReplyDeleteसभी शिक्षकों को प्रणाम
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर गुरू वंदना........सभी शिक्षकों को सादर नमन!
ReplyDeleteशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteगुरुवार तुम्हें प्रणाम..
ReplyDeleteबहुत अच्छी रचना.
सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें.
आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल पर आज की चर्चा मैं रह गया अकेला ..... - हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल - अंकः003 में हम आपका सह्य दिल से स्वागत करते है। कृपया आप भी पधारें, आपके विचार मेरे लिए "अमोल" होंगें | सादर ....ललित चाहार
Deleteअति सुन्दर |
ReplyDeleteइस पावन अवसर पर सुंदर भाव लिए सार्थक अभिव्यक्ति ...:)
ReplyDeleteबहुत सुंदर भाव..... शिक्षक दिवस की बधाई !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भाव है आपकी रचना में...
ReplyDeleteअति सुन्दर रचना...
शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं...
:-)
बहुत सुंदर भाव ...शुभकामनायें
ReplyDeleteगुरु हस्ती रहेगी ...हमेशा महान !
ReplyDeleteशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteगुरु महिमा के प्रकाशन के लिए प्रणाम
ReplyDeleteशिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ|
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर ,सार्थक रचना |
- “अजेय-असीम"
शत-शत नमन गुरु को..
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल पर आज की चर्चा मैं रह गया अकेला ..... - हिंदी ब्लॉगर्स चौपाल - अंकः003 में हम आपका सह्य दिल से स्वागत करते है। कृपया आप भी पधारें, आपके विचार मेरे लिए "अमोल" होंगें | सादर ....ललित चाहार
Deleteधन्यवाद ललीत जी
ReplyDeleteशत-शत नमन... बहुत सुन्दर प्रस्तुति...शुभकामनायें
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ReplyDeleteबहुत सुन्दर गुरु वन्दना
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना
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