मन में उठने वाले हर भाव हर अह्सास को शब्दों में बाँध, उन्हें सार्थक अर्थों में पिरोकर एक नया आयाम देना चाह्ती हूँ । भावनाओ के इस सफर में मुझे कदम-कदम पर सहयोगी मित्रों की आवश्यकता होगी.. आपके हर सुझाव मेरा मार्ग दर्शन करेंगे...
आज कल ब्लांग मे हाइकु और हाइगा की बरसात सी लगी हुई है..मैंने भी सोचा मैं भी ट्राई करलूँ .इ्सी लिए मैंने एक छोटा सा प्रयास किया है...आशा है शायद पसंद आजाएं.\
बहुत ही बेहतरीन, चित्रों के साथ सटीक.
ReplyDeleteरामराम.
सटीक -
ReplyDeleteआभार -
बहुत सुंदर हईगा प्रस्तुति ,,,बधाई .....
ReplyDeleteRECENT POST: एक दिन
बहुत पसंद आया दी.....
ReplyDeleteमन हर्षाया :-)
सादर
अनु
बहुत सुन्दर हाइगा...
ReplyDeleteआनंद झराता ...बहुत सुंदर मन भावन हाइगा ....
ReplyDeleteकमाल के हाइगा
ReplyDeleteबहुत सुंदर हाइगा , चित्रों का चयन बहुत सुंदर है,
ReplyDeleteबहुत खुबसूरत हाइगा!
ReplyDeletelatest postअनुभूति : वर्षा ऋतु
latest दिल के टुकड़े
हर्षाया मन ... सुन्दर..
ReplyDeleteबहुत सुंदर हाइगा
ReplyDeleteबहुत ही लाजवाब पोस्ट
सादर
बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
ReplyDeleteआपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी इस प्रविष्टि की चर्चा आज शनिवार (27-07-2013) को एकालाप.........क़दमों के निशाँ........कलयुगी सत्कार पर "मयंक का कोना" में भी है!
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आप का आभार.
Deleteबहुत सुंदर !
ReplyDeleteati sundar barish ke bundon jaise ....
ReplyDeleteBeautiful effort....keep it up.
ReplyDeleteबहुत सुंदर ... सरहनीय प्रयास
ReplyDeleteवाह, बारिश की फुहारों जैसी..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर है सभी ।
ReplyDeleteसुन्दर हाइगा ... जैसे बहार लौट लौट आती है ...
ReplyDeletekhubsurat sawan,...
ReplyDeleteसुन्दर लगी ये बारिश की हईगा रूपी फुहार ...........
ReplyDeleteबहुत सुंदर... लाजवाब
ReplyDeleteअच्छे कथन हैं....
ReplyDeleteवाह...
ReplyDeleteकम शब्द
अच्छा प्रभाव