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Wednesday, 15 August 2012

सच्ची आजा़दी के लिए..



पैंसठवे स्वतंत्रता दिवस
और ..तेरे आँखों में आँसू..?
याद कर …माँ
इसे पाने के लिए
कितने खून बहे
कितनी कोख उजड़ी
कितनों की माँग सूनी हुई
तब जाके ये आजादी मिली
उस वक्त तेरी आँखों में
आँसू नहीं,अंगारे थे
एक जुनून था
अपने घर को बचाने का
अपने बच्चों को आजा़दी दिलवाने का
तू लहूलुहान होती रही
और लड़ती रही
अंत मे जीत हमारी हुई
 और हम स्वतंत्र हो गए
आज पौंसठ वर्ष पूरे हो गए हैं
खुशियां मना ,ये उदासी ठीक नहीं
मुझे मालूम है..
तेरी उदास आँखे बता रही है
तेरा मन अंदर ही अंदर रो रहा है
और चीख- चीख कर कह रहा है
“मैंने ऐसी आजा़दी तो नहीं चाही थी
जिसमें भाई भाई के खून का प्यासा हो
धर्म और जाति के नाम पर दीवार खड़ी हो
सब तरफ भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार
अपने अपनों को नोच कर खाने को तैयार  “
सच है..ये सब सच है.. माँ !
पर उदास होने से क्या होगा ?
माना कि तेरे कुछ बच्चे रास्ता भटक गए हैं
पर ,उन्हें अब सही रास्ते पर लाना होगा
अगर इस दर्द से आजाद होना है तो आओ
एक और जंग की तैयारी करें
पहले अपनों के लिए लड़े थे
आज अपनों से लड़ना होगा…
अपनों के लिए अपने देश के लिए
और सच्ची आजा़दी के लिए..
फिर से लड़ना होगा…
*****************

स्वतंत्रता दिवस की सभी मित्रों को हार्दिक शुभ कामनाएँ!

महेश्वरी कनेरी

27 comments:

  1. स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!


    सादर

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  2. पहले अपनों के लिए लड़े थे
    अब अपनों से लड़ना होगा
    दुखद है ये..पर उन्हें रास्ता तो दिखाना ही होगा..
    बदलेगा सब इसी कामना के साथ....
    स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ

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  3. अपनों की खातिर लड़े, पर अपनों से आज |
    हर कीमत पर लो बचा, माँ की पावन लाज |
    माँ की पावन लाज, खेल जाते प्राणों पर |
    तानो से है त्रस्त, नाज जिन संतानों पर |
    आपस का यह वैर, शहर के शहर निगलते |
    दिल में बसा दुराव, आज दुश्मन से पलते ||

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  4. बहुत सुंदर
    क्या बात है

    आजादी की वर्षगांठ पर ढेर सारी शुभकामनाएं

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  5. लाखों कुर्बानियाँ देकर हमने ये दौलत पायी है । स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामना एवं बधाई ।

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  6. आशाएं बनी रहें ..... हार्दिक शुभकामनायें

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  7. बहुत खूबसूरत रचना………………स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  8. एक और जंग की तैयारी करें
    पहले अपनों के लिए लड़े थे
    आज अपनों से लड़ना ही होगा .… !!
    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ .... !

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  9. पहले अपनों के लिए लड़े थे
    आज अपनों से लड़ना होगा…
    बिलकुल सही बात है... स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ...

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  10. आपको सपरिवार स्वाधीनता दिवस की मंगलकामनाएं।

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  11. पहले अपनों के लिए लड़े थे
    अब अपनों से लड़ना होगा...दुखद सत्य
    भटके हुओं को राह पर लाने का प्रयास जरूरी है !!
    Happy Independence Day !!

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  12. “मैंने ऐसी आजा़दी तो नहीं चाही थी
    जिसमें भाई भाई के खून का प्यासा हो
    धर्म और जाति के नाम पर दीवार खड़ी हो
    सब तरफ भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार
    अपने अपनों को नोच कर खाने को तैयार

    gajab ki prastuti....... sadar badhai ke sath sadar abhar bhi.

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  13. रोड़े बहुत हैं राह में, पर लड़ने वाले लड़ भी रहे हैं...
    बहुत अच्छी रचना दी.

    स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ!
    सादर
    अनु

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  14. "आजादी का अर्थ यदि इस तरह देश को बर्बाद करने की आजादी है तो गुलामी इससे कहीं बेहतर थी." एक सतासी वर्षीय व्यक्ति के विचार हैं ये.
    आज आजादी के इन पैंसठ वर्षों का विश्लेषण किया जाना आवश्यक है. हम किस कगार पर खड़े हैं. सोचना होगा.

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  15. सार्थक संदेश देती बहुत अच्छी कविता।
    शुभकामनाएं।

    ReplyDelete
  16. बहुत अच्छी कविता...
    आपको भी स्वतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाये!
    ----शुभेक्षुक ----
    सवाई सिंह
    सुगना फाऊंडेशन-मेघालासिय जोधपुर

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  17. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !

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  18. संवेदना बनी रहे सबकी, शुभकामनायें...

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  19. आजादी - यानि स्त्री विम्ब
    मुझे भी चाहिए जवाब
    किसने किया मेरा हरण
    काश्मीर से कन्याकुमारी तक
    कितने हैं कंस और दुह्शासन !

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  20. माँ भारती के दर्द को महसूस किया है आपने ...
    सार्थक रचना ... १५ अगस्त की शुभकामनायें ...

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  21. ऐसी सुन्दर रचना के लिए साधुवाद..

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  22. पहले अपनों के लिए लड़े थे
    आज अपनों से लड़ना होगा…
    अपनों के लिए अपने देश के लिए
    और सच्ची आजा़दी के लिए..
    फिर से लड़ना होगा…

    ...बहुत सुन्दर और सार्थक रचना...

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  23. इस बेहतरीन प्रस्तुति के लिए बधाई,,,,

    RECENT POST...: शहीदों की याद में,,

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  24. उम्दा...आपको भी शुभकामनाएँ...

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  25. हमारी मानसिकता कैसे सुधरे ..??
    शुभकामनायें आपके विचारों के लिए !

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  26. आपको भी स्वतन्त्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें....

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