ये पन्द्रह अगस्त……….
सदियों के संघर्षो की,
सुलगती वेदनाओं की,
सिसकते आँसुओं की,
बुझते चिरागों की,
सरहदों पर रणबाँकुरों की.
मातृ-भूमि के सपूतों की,
शहीदों के बलिदानों की,
न्योछावर हुए दीवानों की,
आजादी के परवानों की,
न जाने कितनी अथक कहानियाँ
याद दिला जाती है
ये पन्द्रह अगस्त……….
कल का भारत |
जय हिन्द.... जय भारत
सही कहा आपने ...ये पंद्रह अगस्त हर साल बहुत कुछ याद दिला जाती है ..जय हिंद .वन्दे मातरम
ReplyDelete15 अगस्त सभी भारतवासियों के लिए गर्व का दिन है।
ReplyDeleteसादर
yahan bhi ye din bahut hi bade paemane pr manaya jata hai,
ReplyDeleteaapki kavita bahut i achchhi hai aapne satya kaha ki bahut kuchh yad aata hai pr keval aaj ke hi din
rachana
happy indipendence...
ReplyDeleteउन वीरों को याद करना है हमें।
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर.. बहुत कुछ याद दिलाती है...नमन उन वीरों के बलिदान को
ReplyDeleteकाश यह सब सच्चे मन से सारे भारतवासी याद रख सकें ... खास तौर पर नेता .बहुत अच्छी प्रस्तुति
ReplyDeletenice poem
ReplyDeleteबहुत सुन्दर सारगर्भित रचना , सुन्दर भावाभिव्यक्ति , आभार
ReplyDeleteरक्षाबंधन एवं स्वाधीनता दिवस के पावन पर्वों की हार्दिक मंगल कामनाएं.
बहुत अच्छी प्रस्तुति है!
ReplyDeleteरक्षाबन्धन के पुनीत पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
15 अगस्त की भी शुभकामनाएँ!
बहुत सुन्दर और सार्थक अभिव्यक्ति.. रक्षाबंधन और स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDeleteसच है,
ReplyDeleteबहुत बहुत मुबारक हो स्वतंत्रता दिवस
सही कहा! स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें!
ReplyDeleteसच कहा आपने बहुत बहुत ऐसी यादें सिमटी हैं दिल में सच वो सच्चे उपासक थे. हैं और हमेशा रहेंगे....
ReplyDeleteबहुत ही अच्छे से आपने अपने भाव प्रकट किये हैं हमारे देश भारत के वीरों के लिए....
पहली बार आना बहुत अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर...
कई जिस्म और एक आह!!!
जो शहीद हुए हैं उनकी, जरा याद करो कुर्बानी...।
ReplyDelete15 अगस्त बहुत कुछ याद दिलाता है।
अच्छी कविता।
बधाई।
उन वीरों की यादों को ताज़ा रखना है और देश के हित में काम करना है ... स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं ...
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ !
ReplyDeleteहमारे वीर शहीदों को नमन ..स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनायें ..जय हिंद
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. काश भारत अब नवनिर्माण की ओर अग्रसर हो!
ReplyDeleteस्वाधीनता दिवस की हार्दिक मंगलकामनाएं।
ReplyDeleteस्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें.
ReplyDeleteसच कहा है बहुत कुछ याद दिलाती है...सुंदर और सार्थक प्रस्तुति. स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें...
ReplyDeleteसादर,
डोरोथी.
सुन्दर अभिव्यक्ति के साथ भावपूर्ण कविता लिखा है आपने! शानदार प्रस्तुती!
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें!
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://seawave-babli.blogspot.com/
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
आपको स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं |सुंदर कविता
ReplyDeleteआप सभी को हार्दिक धन्यवाद ....और बहुत-बहुत शुभकामनायें.
ReplyDeletebahut dard hai jo aaj ke din man par chha jata hai..aur aazadi ki khushi ko daba deta hai.
ReplyDeletesunder post.
स्वतंत्रता दिवस की मंजिल तक पहुचने पर पीछे मुड़कर देखते हैं
ReplyDeleteत्याग ओर बलिदान के भाव पूर्ण कई पल जीवंत हो जाते हैं एक वृहद इतिहास उठकर खड़ा हो जाता ....अमर सहीदों को कोटि कोटि नमन ....सुन्दर भावपूर्ण प्रस्तुति के लिए कोटि कोटि अभिनन्दन !!!
यह दिन बहुत कुछ याद दिलाता है , मगर हमें यही सब रोज याद रखने का प्रण करना है...
ReplyDeleteआभार एवं शुभकामनायें !
बहुत ही अच्छी शब्द रचना ..स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteमाहेश्वरी कनेरी जी कैसे बची रही यह विचारों के झरने के आवेग से निकली रचना हमारी नजर से ?
ReplyDeleteआजादी के परवानों की,
न जाने कितनी अथक कहानियाँ
याद दिला जाती है
ये पन्द्रह अगस्त……….
हो तो गए स्वतंत्र, हमारी
क्या मिट सकी उदासी।
Tuesday, August 16, 2011
उठो नौजवानों सोने के दिन गए ......http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
सोमवार, १५ अगस्त २०११
संविधान जिन्होनें पढ़ लिया है (दूसरी किश्त ).
http://veerubhai1947.blogspot.com/
मंगलवार, १६ अगस्त २०११
त्रि -मूर्ती से तीन सवाल .
न्योछावर हुए दीवानों की,
ReplyDeleteआजादी के परवानों की,
न जाने कितनी अथक कहानियाँ
याद दिला जाती है
ये पन्द्रह अगस्त……….सलाम आपके ज़ज्बे को द्रुत उत्साहवर्धक टिपण्णी के लिए .
Tuesday, August 16, 2011
उठो नौजवानों सोने के दिन गए ......http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
सोमवार, १५ अगस्त २०११
संविधान जिन्होनें पढ़ लिया है (दूसरी किश्त ).
http://veerubhai1947.blogspot.com/
मंगलवार, १६ अगस्त २०११
त्रि -मूर्ती से तीन सवाल .
बहुत सुन्दर और सार्थक रचना |आजादी की 65वीं वर्षगाँठ पर बहुत-बहुत शुभकामनाएँ |
ReplyDeleteसच में आज बलिदान यी याद रखना चाहिए ....!!
ReplyDeleteवन्दे मातरम ...
बहुत सुंदर पोस्ट....
शुभकामनायें....!!
सार्थक अभिव्यक्ति...........
ReplyDeleteसरहदों पर रणबाँकुरों की.
ReplyDeleteमातृ-भूमि के सपूतों की,
शहीदों के बलिदानों की,
न्योछावर हुए दीवानों की,
आजादी के परवानों की,
न जाने कितनी अथक कहानियाँ
याद दिला जाती है....
Very inspiring creation .
.
नमस्कार....
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर लेख है आपकी बधाई स्वीकार करें
मैं आपके ब्लाग का फालोवर हूँ क्या आपको नहीं लगता की आपको भी मेरे ब्लाग में आकर अपनी सदस्यता का समावेश करना चाहिए मुझे बहुत प्रसन्नता होगी जब आप मेरे ब्लाग पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँगे तो आपकी आगमन की आशा में पलकें बिछाए........
आपका ब्लागर मित्र
नीलकमल वैष्णव "अनिश"
इस लिंक के द्वारा आप मेरे ब्लाग तक पहुँच सकते हैं धन्यवाद्
1- MITRA-MADHUR: ज्ञान की कुंजी ......
2- BINDAAS_BAATEN: रक्तदान ...... नीलकमल वैष्णव
3- http://neelkamal5545.blogspot.com
bahut achchhi rachna hai ,hame is jhande ki hifajat har haal me karna chahiye .jai hind
ReplyDeleteआदरणीया माहेश्वरी कनेरी जी पन्द्रह अगस्त पर सुंदर पोस्ट ब्लॉग पर आने के लिए आभार
ReplyDeleteaadarniy maheshwari di
ReplyDeletein chooti chhoti panktiyon ne to waqai bahut kuchh yaad dila diya.bahut hi sundar rachna ,gagar me sgar jaisi
bahut bahut badhai
hardik abhinandan ke saath
poonam
स्वतंत्रता सेनानियों के अथक प्रयासों को नमन करते हुए इस श्रद्धांजलि में एक सुर मेरा भी मिला लीजिए
ReplyDeleteसही कहा आपने ........
ReplyDeleteइस दुर्योधन की सेना में सब शकुनी हैं ,एक भी सेना पति भीष्म पितामह नहीं हैं ,शूपर्ण -खा है ,मंद मति बालक है जिसे भावी प्रधान मंत्री बतलाया समझाया जा रहा है .एक भी कृपा -चारी नहीं हैं काले कोट वाले फरेबी हैं जिन्होनें संसद को अदालत में बदल दिया है ,तर्क और तकरार से सुलझाना चाहतें हैं ये मुद्दे .एक अरुणा राय आ गईं हैं शकुनियों के राज में ,ये "मम्मीजी" की अनुगामी हैं इसीलिए सरकारी और जन लोक पाल दोनों बिलों की खिल्ली उड़ा रहीं हैं.और हाँ इस मर्तबा पन्द्रह अगस्त से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है सोलह अगस्त अन्नाजी ने जेहाद का बिगुल फूंक दिया है ,मुसलमान हिन्दू सब मिलकर रोजा खोल रहें हैं अन्नाजी के दुआरे ,कैसा पर्व है अपने पन का राष्ट्री एकता का ,देखते ही बनता है ,बधाई कृष्णा ,जन्म दिवस मुबारक कृष्णा ...... ram ram bhai
ReplyDeleteशनिवार, २० अगस्त २०११
कुर्सी के लिए किसी की भी बली ले सकती है सरकार ....
स्टेंडिंग कमेटी में चारा खोर लालू और संसद में पैसा बंटवाने के आरोपी गुब्बारे नुमा चेहरे वाले अमर सिंह को लाकर सरकार ने अपनी मनसा साफ़ कर दी है ,सरकार जन लोकपाल बिल नहीं लायेगी .छल बल से बन्दूक इन दो मूढ़ -धन्य लोगों के कंधे पर रखकर गोली चलायेगी .सेंकडों हज़ारों लोगों की बलि ले सकती है यह सरकार मन मोहनिया ,सोनियावी ,अपनी कुर्सी बचाने की खातिर ,अन्ना मारे जायेंगे सब ।
क्योंकि इन दिनों -
"राष्ट्र की साँसे अन्ना जी ,महाराष्ट्र की साँसे अन्ना जी ,
मनमोहन दिल हाथ पे रख्खो ,आपकी साँसे अन्नाजी .
http://veerubhai1947.blogspot.com/
Saturday, August 20, 2011
प्रधान मंत्री जी कह रहें हैं .....
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
लोकपाल बिल बनने से कुछ हो या न हो लेकिन लोगों को कुछ पा लेने का अहसास तो हो ही जाएगा।
ReplyDeleteहम तो शुरू से ही कह रहे हैं कि सच्चे रब से डरो, जैसी उसकी ढील है वैसी ही सख्त उसकी पकड़ है।
अभी इंटेलेक्चुअल बने घूम रहे हैं लेकिन अगर भूकंप, बाढ़ और युद्धों ने घेर लिया तो कोई भी फ़िलॉस्फ़र बचा न पाएगा।
ईमानदारी के लिए ईमान चाहिए और वह रब को माने बिना और रब की माने बिना मिलने वाला नहीं है।
लोग उससे हटकर ही अपने मसले हल कर लेना चाहते हैं,
यही सारी समस्या है।
ख़ैर ,
आज सोमवार है और ब्लॉगर्स मीट वीकली 5 में आ जाइये और वहां शेर भी हैं।
very nice.......thanks.
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