मन में उठने वाले हर भाव हर अह्सास को शब्दों में बाँध, उन्हें सार्थक अर्थों में पिरोकर एक नया आयाम देना चाह्ती हूँ । भावनाओ के इस सफर में मुझे कदम-कदम पर सहयोगी मित्रों की आवश्यकता होगी.. आपके हर सुझाव मेरा मार्ग दर्शन करेंगे...
छोटी मगर गहरे अर्थ लिए क्षणिका
सुन्दर.....सदा खिला रहे ये इन्द्रधनुष और खिलखिलाती रहें आप..सादरअनु
सपनों का आधार बना रहे !शुभकामनायें!
माहेश्वरी जी, बंद आँखों के पीछे ही छिपा है वह भी...
बहुत ही बढिया .. आभार
शुभकामनायें-
बढिया, बहुत सुंदर
बहुत सुंदर भावों की अभिव्यक्ति,,,, RECENT POST: होली की हुडदंग ( भाग -२ ): होली की हुडदंग,(भाग - 1 )
abhar aap ka..
बहुत खुबसूरत अभिव्यक्ति
आओ स्वप्न करें हम गाढ़े..
आपका सतरंगी संसार हमेशा सजा-संवरा रहे... शुभकामनायें
सुंदर पंक्तियाँ.... शुभकामनायें
सच! आँखों में बसे सपने ही जीवन का आधार हैं .. वरना जीना निरर्थक सा है ..सादरमधुरेश
सपने ही जीवन का आधार होते हैं बहुत सुंदर पंक्तियाँ शुभकामनायें...
बहुत खूब आंटी !सादर
आपका सतरंगी संसार सदा खुशियों से भरा रहे...शुभकामनाएँ ....:-)
सुन्दर अभिव्यक्ति।
सतरंगी संसार सदा आबाद रहे...शुभकामनाएँ !!
कल दिनांक 04/04/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .धन्यवाद!
धन्यवाद यशवंत..
छोटी पर बहुत गहन भाव लिए हुए है मेरे ब्लॉग पर भी आइये पधारिये आजादी रो दीवानों: सागरमल गोपा (राजस्थानी कविता)
Bahut khub...
बिलकुल नहीं बिखरने देना है .... सुंदर भाव
Perfect rhyming and the essence of our existence:)
छोटी मगर गहरे अर्थ लिए क्षणिका
ReplyDeleteसुन्दर.....
ReplyDeleteसदा खिला रहे ये इन्द्रधनुष और खिलखिलाती रहें आप..
सादर
अनु
सपनों का आधार बना रहे !
ReplyDeleteशुभकामनायें!
माहेश्वरी जी, बंद आँखों के पीछे ही छिपा है वह भी...
ReplyDeleteबहुत ही बढिया ..
ReplyDeleteआभार
शुभकामनायें-
ReplyDeleteबढिया, बहुत सुंदर
ReplyDeleteबहुत सुंदर भावों की अभिव्यक्ति,,,,
ReplyDeleteRECENT POST
: होली की हुडदंग ( भाग -२ )
: होली की हुडदंग,(भाग - 1 )
abhar aap ka..
ReplyDeleteबहुत खुबसूरत अभिव्यक्ति
ReplyDeleteआओ स्वप्न करें हम गाढ़े..
ReplyDeleteआपका सतरंगी संसार हमेशा सजा-संवरा रहे... शुभकामनायें
ReplyDeleteसुंदर पंक्तियाँ.... शुभकामनायें
ReplyDeleteसच! आँखों में बसे सपने ही जीवन का आधार हैं .. वरना जीना निरर्थक सा है ..
ReplyDeleteसादर
मधुरेश
सपने ही जीवन का आधार होते हैं बहुत सुंदर पंक्तियाँ शुभकामनायें...
ReplyDeleteबहुत खूब आंटी !
ReplyDeleteसादर
आपका सतरंगी संसार सदा खुशियों से भरा रहे...
ReplyDeleteशुभकामनाएँ ....
:-)
सुन्दर अभिव्यक्ति।
ReplyDeleteसतरंगी संसार सदा आबाद रहे...शुभकामनाएँ !!
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ReplyDeleteकल दिनांक 04/04/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
धन्यवाद!
धन्यवाद यशवंत..
Deleteछोटी पर बहुत गहन भाव लिए हुए है
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग पर भी आइये
पधारिये आजादी रो दीवानों: सागरमल गोपा (राजस्थानी कविता)
Bahut khub...
ReplyDeleteबिलकुल नहीं बिखरने देना है .... सुंदर भाव
ReplyDeletePerfect rhyming and the essence of our existence:)
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