tag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post1003311492811833756..comments2024-03-10T14:01:45.408+05:30Comments on अभिव्यंजना: कुछ साँस बची है जीने को...Maheshwari kanerihttp://www.blogger.com/profile/07497968987033633340noreply@blogger.comBlogger38125tag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-67808506887892340372011-11-30T21:05:28.723+05:302011-11-30T21:05:28.723+05:30टूटे बिखरे सपनों को मैं
सहेज रही थी जीवन भर
आशा की...टूटे बिखरे सपनों को मैं<br />सहेज रही थी जीवन भर<br />आशा की इस बगिया में<br />दो बूँद बारिश का गिरने दो.very nice.Dr.NISHA MAHARANAhttps://www.blogger.com/profile/16006676794344187761noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-89245281726989022772011-11-18T12:24:25.059+05:302011-11-18T12:24:25.059+05:30बहुत सुंदर भाव ....
मुट्ठी में भरी रेत सी
...बहुत सुंदर भाव ....<br /><br /> मुट्ठी में भरी रेत सी<br /> फिसल रही अब जिन्दगी<br /> क्या खोया क्या पाया मैंने<br /> आज इसे बस रहने दो <br /><br />बस जब से जागरण हो जाये उसी समय से जीवन बदल जाता है.आनंदhttps://www.blogger.com/profile/06563691497895539693noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-11780284403829139832011-11-16T19:23:45.429+05:302011-11-16T19:23:45.429+05:30.
कुछ साँस बची है जीने को,जी भर मुझ को जीने दो
ह्....<br /><br />कुछ साँस बची है जीने को,जी भर मुझ को जीने दो<br />ह्रदय तार के स्पंदन को ,आज मुझे तुम सुनने दो<br /> पत्थर के निर्मोही जग में<br /> प्यार का अहसास नहीं है<br /> पल-पल पीया है आँसू मैंने<br /> आज इसे तुम बहने दो<br />कुछ साँस बची है जीने को ,जी भर मुझ को जीने दो<br />ह्रदय तार के स्पंदन को ,आज मुझे तुम सुनने ....<br /><br />Awesome !<br /><br />Very nice creation .<br /><br />.ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-60670109696513630402011-11-14T13:49:24.895+05:302011-11-14T13:49:24.895+05:30मुट्ठी में भरी रेत सी
फिसल रही अब जिन्दगी
क्या ख...मुट्ठी में भरी रेत सी<br />फिसल रही अब जिन्दगी<br />क्या खोया क्या पाया मैंने<br />आज इसे बस रहने दो ...<br />सटीक लिखा है आपने! दिल को छू गई ये पंक्तियाँ!<br />बेहद ख़ूबसूरत और भावपूर्ण रचना ! बधाई!Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-10519205516452680862011-11-13T21:02:47.961+05:302011-11-13T21:02:47.961+05:30कुछ साँस बची है जीने को ,जी भर मुझ को जीने दो
ह्रद...कुछ साँस बची है जीने को ,जी भर मुझ को जीने दो<br />ह्रदय तार के स्पंदन को ,आज मुझे तुम सुनने दो.<br /><br />बहुत खूबसूरत रचना. संवेदनशील और मार्मिक.रचना दीक्षितhttps://www.blogger.com/profile/10298077073448653913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-37847195314379666542011-11-13T17:37:05.726+05:302011-11-13T17:37:05.726+05:30वाह, बहुत सुंदर रचना
क्या कहने
पत्थर के निर्मोही ...वाह, बहुत सुंदर रचना<br />क्या कहने<br /><br />पत्थर के निर्मोही जग में<br />प्यार का अहसास नहीं है<br />पल-पल पीया है आँसू मैंने<br />आज इसे तुम बहने दो<br /><br />बहुत खूबमहेन्द्र श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/09549481835805681387noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-64931262952300276452011-11-13T09:01:13.323+05:302011-11-13T09:01:13.323+05:30पत्थर के निर्मोही जग में
प्यार का अहसास नहीं ...पत्थर के निर्मोही जग में<br /> प्यार का अहसास नहीं है<br /> पल-पल पीया है आँसू मैंने<br /> आज इसे तुम बहने दो<br /><br />जग की यही रीत है, उसका निर्मोही होना ही सही है।<br />अच्छी कविता।महेन्द्र वर्माhttps://www.blogger.com/profile/03223817246093814433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-14620845215672526572011-11-11T16:20:11.110+05:302011-11-11T16:20:11.110+05:30बहुत ही भावमय करते शब्दों का संगम ।बहुत ही भावमय करते शब्दों का संगम ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-6559504890452625642011-11-11T15:10:06.772+05:302011-11-11T15:10:06.772+05:30भावपूर्ण अभिव्यक्ति.
बधाई.भावपूर्ण अभिव्यक्ति.<br />बधाई.Kunwar Kusumeshhttps://www.blogger.com/profile/15923076883936293963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-50782425650090919952011-11-11T07:32:53.938+05:302011-11-11T07:32:53.938+05:30जीवन सागर के इन लहरों में
उफान भरा, तूफा़न भरा था
...जीवन सागर के इन लहरों में<br />उफान भरा, तूफा़न भरा था<br />थक कर खामोश हुए अब<br /> इस खामोशी को सुनने दो<br /><br />एक एक पंक्ति जीवनानुभवों को गहरे से व्यक्त कर रही है ...आभार इस सुन्दर रचना के लिएVandana Ramasinghhttps://www.blogger.com/profile/01400483506434772550noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-43005750115037276772011-11-11T03:21:43.072+05:302011-11-11T03:21:43.072+05:30कुछ साँस बची है जीने को ,जी भर मुझ को जीने दो
ह्रद...कुछ साँस बची है जीने को ,जी भर मुझ को जीने दो<br />ह्रदय तार के स्पंदन को ,आज मुझे तुम सुनने दो<br />बहुत सुन्दर पंक्तियों का संयोजन<br />शुभकामनाएं!चंदनhttps://www.blogger.com/profile/07421884253788583868noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-56269202910682320922011-11-10T23:10:27.964+05:302011-11-10T23:10:27.964+05:30ek ek pankti jeewan ke anubhav aur dhoop-chhav ko ...ek ek pankti jeewan ke anubhav aur dhoop-chhav ko darsha rahi hai.<br /><br />sunder shabd shaili ne is abhivyakti ko anmol sunderta pradan ki hai.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-17533593582985141732011-11-10T18:53:46.990+05:302011-11-10T18:53:46.990+05:30बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना..
सादर बधाई...बहुत सुन्दर भावपूर्ण रचना..<br />सादर बधाई...S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-56079775568399041642011-11-10T17:08:56.182+05:302011-11-10T17:08:56.182+05:30सुन्दर भाव लिए हुए खुबसूरत पंक्तियाँ ..सुन्दर भाव लिए हुए खुबसूरत पंक्तियाँ ..रेखाhttps://www.blogger.com/profile/14478066438617658073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-53816621858992633772011-11-10T14:53:34.136+05:302011-11-10T14:53:34.136+05:30aapki ye rachna padhke, ek gana yaad aa raha hai.....aapki ye rachna padhke, ek gana yaad aa raha hai... "ye jeevan hai, is jeevan ka yahi hai, yahi hai, yahi hai ran-roop..."POOJA...https://www.blogger.com/profile/03449314907714567024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-46266138773094681532011-11-10T12:42:32.644+05:302011-11-10T12:42:32.644+05:30बहुत सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्तिबहुत सुन्दर भावपूर्ण अभिव्यक्तिAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-58950246130896052092011-11-10T12:37:14.099+05:302011-11-10T12:37:14.099+05:30बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति , बधाई.बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति , बधाई.S.N SHUKLAhttps://www.blogger.com/profile/16733368578135625431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-55172465319709055052011-11-10T11:31:50.225+05:302011-11-10T11:31:50.225+05:30पत्थर के निर्मोही जग में
प्यार का अहसास नहीं ...पत्थर के निर्मोही जग में<br /> प्यार का अहसास नहीं है<br /> पल-पल पीया है आँसू मैंने<br /> आज इसे तुम बहने दो<br />कुछ साँस बची है जीने को ,जी भर मुझ को जीने दो<br />ह्रदय तार के स्पंदन को ,आज मुझे तुम सुनने दो………………………………………………मन के भावो का बहुत भावपूर्ण चित्रण्।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-44382549159143662272011-11-10T10:39:57.936+05:302011-11-10T10:39:57.936+05:30भावपूर्णभावपूर्णM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-47382281885871787922011-11-10T10:22:05.466+05:302011-11-10T10:22:05.466+05:30आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृ...आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है<br />कृपया पधारें<br /><a href="http://charchamanch.blogspot.com/2011/11/694.html" rel="nofollow">चर्चा मंच-694:चर्चाकार-दिलबाग विर्क</a>दिलबागसिंह विर्कhttps://www.blogger.com/profile/11756513024249884803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-4939262354085673552011-11-10T08:18:46.619+05:302011-11-10T08:18:46.619+05:30कुछ साँस बची है जीने को ,जी भर मुझ को जीने दो
ह्रद...कुछ साँस बची है जीने को ,जी भर मुझ को जीने दो<br />ह्रदय तार के स्पंदन को ,आज मुझे तुम सुनने दो...बहुत ही सार्थक भावो से भरपूर्ण.....विभूति"https://www.blogger.com/profile/11649118618261078185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-60436507387825412742011-11-10T06:33:39.093+05:302011-11-10T06:33:39.093+05:30अच्छी प्रस्तुतिअच्छी प्रस्तुतिGyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-25943490617304712822011-11-10T00:25:17.557+05:302011-11-10T00:25:17.557+05:30जीवन सागर के इन लहरों में
उफान भरा, तूफा़न भरा था
...जीवन सागर के इन लहरों में<br />उफान भरा, तूफा़न भरा था<br />थक कर खामोश हुए अब<br /> इस खामोशी को सुनने दो..<br /><br />मन के संवेदनशील भावों को कहती अच्छी रचनासंगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-19386866615377972972011-11-09T22:34:23.264+05:302011-11-09T22:34:23.264+05:30गहन भाव..... सच जीवन कितने सुख दुःख के रंग लिए होत...गहन भाव..... सच जीवन कितने सुख दुःख के रंग लिए होता ...ज़रा ठहर कर उन्हें देखें तो.....जियें तो ... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3970985137273829385.post-8056181244320118012011-11-09T21:49:09.125+05:302011-11-09T21:49:09.125+05:30गहरे भावोँ को शब्द की आवाज बख्शी है,बढ़िया प्रस्तुत...गहरे भावोँ को शब्द की आवाज बख्शी है,बढ़िया प्रस्तुति ।Humanhttps://www.blogger.com/profile/04182968551926537802noreply@blogger.com