abhivainjana


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Monday 22 October 2012

ये वक्त भी बदल जाएगा



खामोश है आज चाँदनी भी
खामोश धरती आसमां है
खामोश हैं तारे सभी
खामोश उनका कारवां है
शाख के हर पात खामोश है
खामोश हुए प्रकृति के हर साज़
हवा भी थक कर सो गई अब
खामोश लहरों के गीत आज
बस,खामोश नहीं मेरे मन का शोर
कुछ बैचैन हैं ,परेशान सा
अनबुझ प्रश्नों का सैलाब लिए
उठता है दिल में बस तूफान 
अब तो खामोश हो जा मन मेरे
ये तूफा़न भी टल जायेगा
कल सूरज के आते ही ,देखना
ये वक्त भी बदल जाएगा
************
महेश्वरी कनेरी

39 comments:

  1. हर सवेरा नया होता है...आशा की किरणों के साथ कई तूफ़ान थम जाते हैं|...बहुत अच्छी प्रस्तुति!!

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  2. हर ढलता दिन अपने साथ कई ग़मों को और तूफानों को ले जाता है...हर उगता सूरज नया सवेरा लाता है...
    बहुत प्यारी रचना है दी....

    सादर
    अनु

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  3. अब तो खामोश हो जा मन मेरे
    ये तूफा़न भी टल जायेगा
    कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा
    ऐसा अवश्य होगा दीदी !!
    सादर प्रणाम दीदी :)

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  4. nai subah se nayi khushiyan to vakt jarur badlega ...........ham sabhi ko ummid hoti hai

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  5. नयी सुबह नयी आशा ले कर आएगी .... सुंदर प्रस्तुति

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  6. अब तो खामोश हो जा मन मेरे
    ये तूफा़न भी टल जायेगा
    कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा

    आशा भरी सोच को प्रणाम

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  7. वेगमयी जो आज आँधियाँ, वो भी एक दिन थक जायेंगी।

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  8. स्थायी नहीं है ये ख़ामोशी के बादल छट जायेंगे अगली सुबह के आने तक.......
    सुंदर प्रस्तुति.

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  9. सकारात्मक भाव...... जैसा भी हो समय गुजर ही जाता है.....

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  10. आशा का संचार करती ... उत्‍कृष्‍ट अभिव्‍यक्ति

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  11. तारतम्य सुन्दर बना, सुन्दर सरस प्रवाह |
    रविकर हो खामोश अब, कहे वाह ही वाह ||

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  12. वाकई एक दिन

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  13. ये तूफा़न भी टल जायेगा
    कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा
    आशा का भाव जगाती बेहतरीन अभिव्यक्ति...
    सुन्दर रचना....
    :-)

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  14. सकारात्मक सोच लिये बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति..

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  15. रात भर का है ..मेहमान अँधेरा ...
    किसके रोके रुका है सवेरा ....
    शुभकामनाएँ!

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  16. गहरी भाव, सुन्दर प्रबाह के साथ आशावादी दृष्टि कोण का सुन्दर चित्रण .बधाई .दुर्गापूजा एवं दशहरा की शुभकामनाएं .

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  17. हर नई प्रातः एक नई सोच ले कर आती है और अतीत को आज बना कर नए रंग भर जाती है. बहुत सुदंर रचना.

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  18. अनबुझ प्रश्नों का सैलाब लिए
    उठता है दिल में बस तूफान
    अब तो खामोश हो जा मन मेरे
    ये तूफा़न भी टल जायेगा
    कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा

    नया सबेरा आएगा नया सन्देशा लाएगा

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  19. आशा की लौ को अपने भीतर जलाए रखने का अच्छा संदेश दिया है आंटी।


    सादर

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  20. कलकत्ता की दुर्गा पूजा - ब्लॉग बुलेटिन पूरी ब्लॉग बुलेटिन टीम की ओर से आप सब को दुर्गा पूजा की हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनायें ! आज की ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !

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  21. वाकई ...
    यह वक्त भी बदल जाएगा !

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  22. रश्मि प्रभा has left a new comment on my post "ये वक्त भी बदल जाएगा":

    कुछ भी एक सा नहीं रहता .... दुःख के दिन भी बदल जाते हैं ... हाँ थोड़ी देर से

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  23. सूरज जरुर निकलेगा किसीके रोके नहीं रुकने वाला सवेरा... बहुत सुन्दर आशा जगाती रचना... आभार

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  24. अब तो खामोश हो जा मन मेरे
    ये तूफा़न भी टल जायेगा
    कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा...bilkul sach kaha aapne...

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  25. कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा,,,,,,,,,

    विजयादशमी की हादिक शुभकामनाये,,,
    RECENT POST...: विजयादशमी,,,

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  26. अब तो खामोश हो जा मन मेरे
    ये तूफा़न भी टल जायेगा
    कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा

    भविष्य के प्रति आशान्वित करती सुंदर कविता।

    विजयादशमी की शुभकामनाएं।

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  27. बहुत ही अच्छा लिखा है। धन्यवाद।

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  28. bahut sundar bhaw .....praval icchashakti ko darshaati rachna ....

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  29. अनबुझ प्रश्नों का सैलाब लिए
    उठता है दिल में बस तूफान
    अब तो खामोश हो जा मन मेरे
    ये तूफा़न भी टल जायेगा
    कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा

    काश ऐसा हो पाता लेकिन यह आसान भी नहीं.

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  30. अब तो खामोश हो जा मन मेरे
    ये तूफा़न भी टल जायेगा
    कल सूरज के आते ही ,देखना
    ये वक्त भी बदल जाएगा

    meri post par aapka intzaar hai

    चार दिन ज़िन्दगी के .......
    बस यूँ ही चलते जाना है !!

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  31. अनबुझ प्रश्नों का सैलाब लिए
    उठता है दिल में बस तूफान
    अब तो खामोश हो जा मन मेरे
    ये तूफा़न भी टल जायेगा

    bahut prernadayee prabhvshali rachana lgi ......abhar

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  32. सकारात्मक सोच लिए बेहतर भाव की कविता।

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  33. बहुत सुन्दर ....वाकई !!!

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  34. रात भर का है महमान अन्धेरा '
    बहुत भावपूर्ण रचना |
    आशा

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